गुगल की नयी सोच पत्रकारों के लिये एक नया मंच

      इन्दौर। बाजार में डिजीटल एडवरटाईजर १० हजार करोड़ रुपया खर्च करना चाहते है। इसके लिए उत्पादक एवं वंâपनियों के विज्ञापनदाता तैयार है। बस हमें वेबसाइट पर ऐसे समाचार पत्र पत्रिकाओं  को आनलाईन करके उन्हें जोरदार प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है। ताकि उन्हें अपनी मेहनत व सेवाओं का अहसास होने के साथ कमाई भी होने लगे। पत्र-पत्रिकाओं  के ऑनलाइन होने पर अधिक से अधिक यूजर्स उसे देख सवें। आप लेखन तो बहुत करते है, लेकिन उसका समुचित लाभ बाजार ्से भी उठाया जा सकता है। इसलिए ऑनलाइन होने पर पत्र-पत्रिकाओं , खासकर छोटे पत्रों को भी संबल मिलेगा। जो समस्याओं से ग्रसित है। गूगल नवलेखा के माध्यम से आप अपने पत्र-पत्रिकाओं  को ऊंचाई भी दे सवेंगे। कल होटल रेडिसन मैं इन्दौर, देवास सहित अन्य क्षेत्र के पत्र-पत्रिकाओं के प्रकाशकों की एक वृहद कार्यशघाला में गूगल नवलेखा की प्रमुख ट्रेनर सुनिता एवं गिरजा ने वहां मौजूद पत्र मालिकों को जगाने का प्रयास किया ।